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| Article Name : | | | तारसप्तक की कविताओं में सामाजिक सौन्दर्य चेतना का अध्ययन | | Author Name : | | | लक्ष्मी कान्त मिश्रा & डाॅ. लता द्विवेदी | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-13852 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | कविता की दुनिया की सार्थकता इसी में है कि वह पाठक को इस दुनिया की ओर उन्मुख करती चले। समाज एवं सौन्दर्य चेतन कवि कई पड़ावों पर सजग होता है। | | Keywords : | | |
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