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| Article Name : | | | किशोरवयीन विद्याथ्र्यांमधील ताणतणाव: शिक्षकांची समर्पक भूमिका | | Author Name : | | | Prof. Patil Ishwar Popat | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-10491 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | मानसशास्त्रीय दृष्टया शालेय वय सुसंस्करक्षम असते कारण या बालवयात विद्याथ्र्यावर केले जाणारे संस्कार हे कायम स्वरूपी चिरकान टिकणारे असतात. | | Keywords : | | - किशोरवयीन विद्याथ्र्यांमधील ताणतणाव,बालवयात विद्याथ्र्यावर केले जाणारे संस्कार,
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