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| Article Name : | | | तमस रात्रिमां मानवताना टमटमता दीवडानुं नाटक ‘‘जिसे लाहोर नइ देख्या ओ जम्याइ नइ‘‘ | | Author Name : | | | Dr. Hitesh Gandhi | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-9586 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | आजे देश अने समाजमां घणुं ध्रुवीकरण जोवा मळे छेण् कयांक सदभावना जोवा मळे छे तो बीजी तरफ धृणा जोवा मळे छे. कयांक मानवतानो अभाव छे तो कोइ तरफ अपमानीयता छे. | | Keywords : | | - तमस रात्रिमां मानवताना टमटमता दीवडानुं नाटक,
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