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| Article Name : | | | ' जो राख होने से बचे है अभी तक ' में इतिहास बोध | | Author Name : | | | SAROJ BALA | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-625 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | ब्रजेश कृष्ण एक मध्यमार्गी कवी जो काफी बैचेन लगता हुआ सहज कवी है | मुद्राओंवाला कवि वह नही है उससे भी बढ़कर अपने और आसपास के बारे में सोचने वाला कवि है जिसका ताना-बाना वर्तमान से अतीत तक दूर-दूर तक फैला है | | | Keywords : | | |
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