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| Article Name : | | | संत गाडगेबाबा यांचा दैववाद आणि धर्माबाबत दृष्टीकोन | | Author Name : | | | सुशील कुमार शिंदे . | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-471 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | महाराष्ट्रातील धर्मनिरपेक्ष , जातिनिरपेक्ष विचारपरंपरेने संत गाडगेबाबा यांचे स्थान अग्रभागी आहे. तथापि त्यांच्या कृतिशील वारशाची दखल समाजाने घेतली नाही . त्यांच्या तर्कशुद्ध वैचारिक उपेक्षा झाली. परिणामी भारतीय समाजात देवदेवतांच्या नावाखाली धर्माधत अंधश्रद्धा फोफावली . त्याचे अनिष्ट आणि दूरगामी परिणाम आपल्या समाजजीवनावर होऊ लागले आहेत .< | | Keywords : | | - समाजजीवन,समाजजीवन
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