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| Article Name : | | | वेदोक्त विविध संस्कार का विहंगावलोकन | | Author Name : | | | डाॅ॰ जागृति के॰ दवे | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-3478 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | ‘संस्कार’ शब्द सम् उपसर्गपूर्वक कृ धातु से ‘धा्’ प्रत्यय लगाने पर ”संपरिभ्यां करौतौ भूषणे“- इस पाणिनीय सूत्र से भूषण अर्थ में ‘सुट्’ (स्) आगम करने पर सिद्ध होता है। इसका अर्थ है- ‘संस्करण’, ‘परिष्करण’, ‘विमलीकरण’ तथा विशुद्धिकरण आदि। ‘संस्कार’ शब्द प्राचीन वैदिक साहित्य में नहीं मिलता है | | Keywords : | | - वेदोक्त विविध संस्कार,विहंगावलोकन,
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