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Article Details :: |
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| Article Name : | | | ”भोगले जे दुःख त्याला ... एक मुस्लीम आत्मचरित्र“ | | Author Name : | | | प्रा. डाॅ. शकील शेख | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-2957 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | साहित्य हा समाज जीवनाचा आरसा असतो, कोणत्याही साहित्याची निर्मिती ही समाजातूनच होत असते. साहित्य आणि समाज यांचा परस्परसंबंध असून साहित्याचा समाजावर समाजाचा साहित्यावर प्रभाव पडत असतो. | | Keywords : | | - भोगले जे दुःख त्याला,भोगले जे दुःख त्याला,
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