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| Article Name : | | | हरिकृष्ण देवसरे की बाल कविताओं का अध्ययन | | Author Name : | | | डाॅ. लक्ष्मी कान्त मिश्रा | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-15090 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | रूढ़ियों में जकड़े हमारे समाज में बच्चे ऐसी इकाई थे, जिन्हें ‘ठोंक-पीट’ कर और ‘डांट-डपट’ कर ‘आज्ञाकारी बालक’ बनाना परिवार का प्रथम कत्र्तव्य समझा जाता था। | | Keywords : | | - डाॅ. हरिकृष्ण देवसरे,समाज,
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