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| Article Name : | | | स्वातंत्र्योत्तर कालखंडातील मराठी नाटक १९६० पर्यन्त | | Author Name : | | | डॉ.प्रविणा नागपूरकर | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-13905 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | मराठी रंगभूमी सतत परिवर्तनशील आणि प्रयोगशील राहिली आहे. विविध कलाप्रकारांच्या मिश्रणातून सिद्ध होणारा अनुभव प्रेक्षकांना देणे हेच रंगभूमीचे उद्दिष्ट राहिले आहे. रंगभूमीविषयीची प्रखर निष्ठा आणि तळमळ बाळगून असणारे रंगकर्मी यश-अपयश पचवित, सातत्याने नावीन्याचे प्रयोग करीत राहतात. | | Keywords : | | - रंगभूमीचा अभिजात आदर्श,'इंडियन नॅशनल थिएटर' ,'नॅशनल स्कूल ऑफ ड्रामा' ,वादांचा वेध ,
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