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| Article Name : | | | जयंत नारळीकरांच्या यक्षांची देणगी कथासंग्रहामधील विज्ञानाचे स्वरूप | | Author Name : | | | प्रा.डॉ. राजेंद्र खंदारे | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | ROR-11566 | | Article : | |  | Author Profile | | Abstract : | | | स्वतंत्र्योत्तर काळात मराठी साहित्यामध्ये नवे नवे प्रवाह निर्माण झाले. ग्रामीण साहित्य, दलित साहित्य, आदिवासी साहित्य, स्त्रीवादी साहित्य, प्रादेशिक साहित्य, देशी साहित्य, जनवादी साहित्य हे सर्व साहित्यप्रवाह जीवनवादी आहेत. | | Keywords : | | - जयंत नारळीकर,यक्षांची देणगी कथासंग्रह,
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